• November 30, 2021

कोरोना की एंट्री चीन की फ्लाइट से भारत में हुई थी, ओमिक्रॉन को रोकने इंटरनेशनल फ्लाइट्स पर बैन क्यों जरूरी?

कोरोना की एंट्री चीन की फ्लाइट से भारत में हुई थी, ओमिक्रॉन को रोकने इंटरनेशनल फ्लाइट्स पर बैन क्यों जरूरी?

नई दिल्ली। दुनिया से कोरोना के पहले वेरियंट का खतरा कुछ काम ही हुआ था की इसके एक नए वैरियंट का खौफ फैलने लग गया है जी है कोरोना का न्य वेरियंट सामने आया है जिसे लेकर चारो तरफ सतर्कता दिखाई दे रही है यदि इस समय सावधानी नहीं बरती गई तो यह वेरियंट बहुत घटक सिद्ध होगा। साउथ अफ्रीका में सामने आए कोरोना वायरस के नए वैरिएंट को लेकर पूरी दुनिया चौकन्ना हो गई है। WHO ने इस नए वैरिएंट को ओमिक्रॉन नाम देते हुए इसे डेल्टा से भी ज्यादा खतरनाक बताया है। इस वैरिएंट को लेकर पूरी दुनिया हाई अलर्ट पर है। इसकी जानकारी मिलने के बाद एक हफ्ते से भी कम समय में ही दुनिया भर के प्रमुख देशों ने अफ्रीकी देशों से आने वाली फ्लाइट्स पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी है।

इन देशों ने लगाया अफ्रीकी देशों की फ्लाइट पर बैन ?

कोरोना के इस नए वैरियंट का खुलासा होते ही दुनिया के अनेक देशो ने अफ्रीका से आने वाली फ्लाइटों को रोक दिया है ओमिक्रॉन की घोषणा होते ही दुनिया के सभी प्रमुख देशों ने सबसे पहला कदम अफ्रीकी देशों से आने वाली फ्लाइट पर बैन लगाने के रूप में उठाया। साउथ अफ्रीका में सामने आने के कुछ दिन के अंदर ही ओमिक्रॉन एक दर्जन देशों में फैल चुका है, जिनमें ऑस्ट्रेलिया, जर्मनी, हॉन्ग कॉन्ग, इजराइल, इटली, नीदरलैंड, बेल्जियम, बोत्सवाना, ब्रिटेन, डेनमार्क, फ्रांस और कनाडा शामिल हैं।अफ्रीकी देशों की फ्लाइट पर बैन लगाने वाले देशों में यूरोपीय यूनियन, से लेकर कनाडा, अमेरिका, ब्रिटेन, जापान, ब्राजील, थाईलैंड, ऑस्ट्रेलिया, सिंगापुर, तुर्की, मिस्र, दुबई, सऊदी अरब, बहरीन, श्रीलंका और जॉर्डन जैसे देश शामिल हैं।

कोरोना का नया वैरिएंट कैसे फैल रहा फ्लाइट के जरिए ?

कोरोना के इस नए वैरियंट ओमिक्रॉन के सामने आते ही दुनिया भर के कई देशों ने ताबड़तोड़ अंदाज में अफ्रीकी देशों की यात्रा पर बैन लगाया है। दरअसल, इसकी वजह इन देशों से फ्लाइट के जरिए कोरोना का अन्य देशों में फैलने का डर है। वैसे पिछले कुछ दिनों की रिपोर्ट्स देखें तो यह डर एकदम गलत भी नहीं है।और खास बात ये है कि ज्यादातर देशों में ये अफ्रीकी देशों से फ्लाइट के जरिए आने वाले यात्रियों की वजह से फैला है।

_26 नवंबर को साउथ अफ्रीका से नीदरलैंड की राजधानी एम्सटडर्म स्थित शिफोल एयरपोर्ट पर लैंड करने वाले यात्रियों में से 13 को ओमिक्रॉन से संक्रमित पाया गया।
_जर्मनी में पाए गए दो ओमिक्रॉन मामलों में वे यात्री शामिल थे, जो 24 नवंबर को साउथ अफ्रीका के केपटाउन से म्यूनिख एयरपोर्ट पहुंचे थे।
_ऑस्ट्रेलिया में भी जिन दो लोगों को ओमिक्रॉन से संक्रमित पाया गया वे दक्षिण अफ्रीकी देश की यात्रा से सिडनी लौटे थे।
_वहीं, ब्रिटेन में पाए गए ओमिक्रॉन के दोनों पॉजिटिव व्यक्ति भी दक्षिणी अफ्रीकी देश से लौटे थे।

अफ्रीकी देशों की फ्लाइट पर भारत ने क्या फैसला किया ?

कोरोना के नए वैरिएंट को लेकर पूरी दुनिया में सजगता के बीच भारत ने भी इससे निपटने की तैयारियां तेज कर दी हैं। ओमिक्रॉन के खतरे को देखते हुए PM नरेंद्र मोदी की अगुआई में शनिवार को हुई आपात बैठक हुई, जिसमें इंटरनेशनल फ्लाट्स से आने वाले यात्रियों की कड़ी निगरानी करने और खासतौर पर ‘जोखिम वाले देशों’ से आने वाले यात्रियों की कड़ी टेस्टिंग और स्क्रीनिंग करने को कहा गया है .साथ ही सरकार ने 15 दिसंबर से सभी इंटरनेशनल फ्लाइट पर रोक हटाने के अपने आदेश की समीक्षा कर रही है और फिलहाल उड़ानों की शत-प्रतिशत बहाल नहीं होगी।वहीं, ओमिक्रॉन को देखते हुए भारत सरकार इंटरनेशनल फ्लाइट को शत-प्रतिशत बहाल नहीं करेगी। एविएशन मिनिस्ट्री के अनुसार, ‘जोखिम वाले’ देशों के साथ शत-प्रतिशत फ्लाइट की बहाली नहीं होगी। भारत उन देशों के साथ अपनी 75% सेवाओं की बहाली करेगा जिनके साथ उसका एयर बबल एग्रीमेंट है। वहीं जिन देशों के साथ ऐसा करार नहीं है, उनके साथ भारत फिलहाल 50% फ्लाइट ही बहाल करेगा।

भारत में फ्लाइट के जरिए ही हुई थी कोरोना की एंट्री

भारत में कोरोना की एंट्री चीन से आने वाली एक फ्लाइट से हुई थी। भारत में कोरोना का पहला केस चीन के वुहान से केरल लौटी एक 20 वर्षीय महिला में 27 जनवरी 2020 को पाया गया था। भारत में अब तक कोरोना के 3.4 करोड़ से ज्यादा केस सामने आ चुके हैं और 4.5 लाख से अधिक लोगों ने इस घातक वायरस की वजह से अपनी जान गंवाई है। इस घातक वायरस की वजह से लगे लॉकडाउन ने पूरे देश की अर्थव्यवस्था को गहरा नुकसान पहुंचाया। इस एक केस से धीरे-धीरे देश में कोरोना संक्रमितों की संख्या हजारों में पहुंच गई। कुछ ही महीनों बाद पूरे देश में लॉकडाउन लगा और फिर इसके अगल साल (2021) कोरोना की दूसरी लहर ने कहर बरपाते हुए लाखों लोगों की जान ले ली।

 647 total views,  2 views today

Spread the love