Vastu Tips: इस दिशा में पति पत्नी को भूलकर भी नहीं सोना चाहिए वरना आपके रिश्ते में पड़ सकती है दरार

Vastu Tips: इस दिशा में पति पत्नी को भूलकर भी नहीं सोना चाहिए वरना आपके रिश्ते में पड़ सकती है दरार

इंटरनेट डेस्क। आज के समय में आपने देखा होगा कि उन लोगों का दांपत्य जीवन ठीक नहीं चल रहा होता जिसके कारण पूरे दिन परेशान रहते हैं और कई तरह की समस्याओं का सामना करते हैं आपके दांपत्य जीवन के ठीक ना चलने के पीछे वास्तु दोष भी एक बड़ा कारण हो सकता है। दांपत्य जीवन ठीक ना होने पर दोनों ही पार्टनर परेशान होता है। पहले के समय में पुरुष बाहर के काम देखता था और पत्नी घर को संभालती थी लेकिन आज के समय में सब कुछ बदल गया है पति पत्नी दोनों ही हो नौकरी करते हैं और मामला बराबरी पर आ चुका है। आइए इस लेख के माध्यम से आपको बताते हैं कि पति पत्नी को किस दिशा में सोना चाहिए। किस दिशा में नही। ताकि आपका दांपत्य जीवन सुखी बना रहे –

* वास्तु शास्त्र के अनुसार सोने के नियम :

वास्तु शास्त्र के अनुसार बताया गया है कि घर के मेन मुखिया यानी घर के संचालन कर्ता को हमेशा हाई एनर्जी जोन में सोना चाहिए यानी दक्षिण दिशा में सोना चाहिए। लेकिन आज के समय में कमरे छोटे होने के कारण उनमें डबल बेड रखने में काफी कम जगह बस्ती है इसलिए इस बात का खास ध्यान रखें कि बेड की किस दिशा में सोना है। हमें पेड़ पर इस तरह से सोना चाहिए कि हमारे पैर दक्षिण दिशा में ना हो। क्योंकि दक्षिण दिशा में पैर करके सोने से हमारे शरीर की ऊर्जा का विनाश होता है। इसलिए हमेशा आपको दक्षिण दिशा में सिर और उत्तर दिशा में पैर करके सोना चाहिए।

* वास्तु शास्त्र में पति पत्नी के लिए बताए गए नियम :

वास्तु शास्त्र में पति-पत्नी के सोने को लेकर भी कई नियम बताए गए हैं। शास्त्रों में बताए गए नियमों के अनुसार काम करने से आपके परिवार को दांपत्य जीवन में शांति बनी रहती है यदि आपका दांपत्य जीवन सुखी रहता है तो आपके सारे काम अपने आप ही बनते चले जाते हैं। पति और पत्नी को एक ही गाड़ी के दो पहिए माना गया है और इन दोनों प्रयोग के साथ चलने पर ही गाड़ी आगे बढ़ सकती हैं और आपस में प्यार बढ़ता है जिससे आपको खुशी मिलती है। वास्तु शास्त्र के अनुसार आपको धार्मिक अनुष्ठान जैसे अन्नप्राशन विवाह , कन्यादान, यज्ञ, पूजा पाठ आदि में पत्नी को हमेशा दाईं तरफ बैठना चाहिए। आध्यात्मिक और पारलौकिक कथा धार्मिक कार्यों के अलावा सांसारिक कार्यों में पत्नी का स्थान बाएं तरफ होना चाहिए जैसे भोजन करते समय और आशीर्वाद ग्रहण करते समय तथा सोते समय भी बायीं तरफ ही होना चाहिए।

 330 total views,  2 views today

Spread the love