विवाह समारोह में क्यों की जाती है हल्दी रस्म!

विवाह समारोह में क्यों की जाती है हल्दी रस्म!

लाइफस्टाइल। भारतीय संस्कृति अपनी विविधताओं के लिए फेमस है ऐसा माना जाता है कि हल्दी दुल्हन और दूल्हे को बुरी नजरों से बचाती है। हल्दी रस्म होने के बाद दूल्हे और दुल्हन को घर से बाहर निकलने की मनाही होती है। हल्दी लगाने का एक कारण यह भी है कि भारत में हल्दी को शुभ माना जाता है। इसलिए शादी से पहले दुल्हन और दूल्हे को हल्दी से शुभ संदेश दिया जाता है। भारतीय शादी की परंपरा विदेशों में भी पसंद की जाती है। भारत में शादी का विशेष महत्व है। हर रिवाज का अपना एक अलग महत्व होता है। शादी में हल्दी के शगुन को बहुत ही जरूरी माना गया है।हल्दी की रस्म लड़की के साथ लड़के को भी निभानी पड़ती है।

हल्दी रस्म क्या होती है

हल्दी लगाने का एक कारण यह भी है कि भारत में हल्दी को शुभ माना जाता है। इसलिए शादी से पहले दुल्हन और दूल्हे को हल्दी से शुभ संदेश दिया जाता हैपहले तो निमंत्रण पत्र पर भी हल्दी का छिड़काव किया जाता था।हल्दी की रस्म शादी से पहले की जाती है कई जगहों पर पीले रंग के वस्त्र पहन कर ही फेरे लिए जाते है ये रस्म कुछ समुदायों में कई दिनों तक चलती है। आज हम आपको शादी में होने वाली हल्दी रस्म के बारे में बता रहे हैं।

हल्दी का धार्मिक महत्व

हिन्दू धर्म में हल्दी को शुभ और मंगल लाने वाला माना जाता है जीवन में सम्पन्नता भी लाती है. मुख्य रूप से हल्दी विषरोधक होती है हल्दी का प्रयोग हवन और औषधियों में भी किया जाता है मुख्य रूप से हल्दी विषरोधक होती है

हल्दी लगाने के तरीके

भारत में हल्दी अलग-अलग तरीके से लगाई जाती है। हर जाति का अपना रिवाज होता है। । हल्दी को चेहरे, गर्दन, हाथ और पैर पर लगाया जाता है। हल्दी रस्म में एक रिवाज़ होता है कि दुल्हन और दूल्हे को हल्दी परिवार के लोग लगाते हैं।कुछ लोग हल्दी में चंदन पाउडर, दूध और गुलाब जल मिलाते हैं ऐसा माना जाता है कि दुल्हन और दूल्हे को कुंवारा लड़की या लड़का हल्दी लगाए तो उसकी भी शादी जल्दी होती है। हल्दी रस्म के साथ संगीत भी होता है, जिसमें हल्दी से जुड़े गीत गाए जाते हैं।

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