• September 27, 2022

हदें पार कर फंसे अशोक गहलोत! अब सचिन पायलट को मिला मौका, जानें

हदें पार कर फंसे अशोक गहलोत! अब सचिन पायलट को मिला मौका, जानें

इंटरनेट डेस्क। अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) ने दिल्ली से आए सोनिया गांधी के दूतों की बुलाई बैठक में न पहुंचकर विधायकों की अलग मीटिंग कर शायद हदें पार कर दी हैं। एक तरफ सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) पर्यवेक्षकों की लिखित रिपोर्ट का इंतजार कर रही हैं, जिसके बाद ऐक्शन लिया जा सकता है। वहीं सचिन पायलट (Sachin Pilot) को इस पूरे घटनाक्रम में अपने लिए मौका दिख रहा है। सचिन पायलट (Sachin Pilot) ने अब अपने समर्थकों के अलावा दूसरे विधायकों से भी एक बार फिर से संपर्क साधना शुरू कर दिया है। उन्हें लगता है कि अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) के खिलाफ कोई ऐक्शन होता है तो उन्हें मौका मिल सकता है।

कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि सचिन पायलट (Sachin Pilot) अपने समर्थकों के अलावा भी दूसरे विधायकों से बात कर रहे हैं। यही नहीं वह अपने समर्थकों से कह रहे हैं कि फिलहाल शांति बनाए रखें और हाईकमान के फैसले का इंतजार करें। यही नहीं सूत्रों का कहना है कि सचिन पायलट (Sachin Pilot) ने हाईकमान से भी कह दिया है कि यदि अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) अध्यक्ष पद के लिए उतरते हैं तो फिर उन्हें सीएम नहीं रहना चाहिए। यही नहीं सचिन पायलट (Sachin Pilot) ने विधायकों को एक साथ रखने की जिम्मेदारी भी अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) पर डाल दी है। सचिन पायलट (Sachin Pilot) का कहना है कि यह अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) का काम है कि वह विधायकों को साथ लेकर आएं।

 

इस बीच सचिन पायलट (Sachin Pilot) को सीएम बनाने की मांग करने वाले विधायकों ने फिर से एकजुटता दिखाना शुरू कर दिया है। पायलट समर्थक विधायक उनके घर पर जुटने लगे हैं। सचिन पायलट (Sachin Pilot) के घर पहुंचे विधायक खिलाड़ी लाल बैरवा (Khiladi Lal Bairwa) ने कहा कि 2023 के चुनाव के लिहाज से हाईकमान संगठन और सरकार में बदलाव कर रहा है। हाईकमान को ही तय करना है कि राजस्थान में सीएम फेस कौन होगा। बता दें कि अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) के बागी तेवरों के चलते सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) खफा हैं और उन्होंने पर्यवेक्षकों से राजस्थान में हुए घटनाक्रम को लेकर लिखित रिपोर्ट मांगी है।

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