- December 10, 2021
देश के ‘सर्वश्रेष्ठ’ एयर क्रैश जांचकर्ता कर रहे पड़ताल, हेलिकॉप्टर हादसे की सभी संभावित पहलुओं से की जा रही जांच
नई दिल्ली। तमिलनाडु में कुन्नूर के पास हुए हेलिकॉप्टर हादसे की जांच कर रहा तीनों सेना का एक दल मानवीय गलती समेत सभी संभावित पहलुओं पर गौर कर रहा है. बुधवार को हुई इस घटना में प्रमुख रक्षा अध्यक्ष (CDS) जनरल बिपिन रावत और 12 अन्य लोगों की मृत्यु हो गई थी. बिपिन रावत को मौत की खबर से चारो तरफ शोक की लहर फैल गई थी ।
‘सर्वश्रेष्ठ’ एयर क्रैश जांचकर्ता कर रहे पड़ताल
कई पूर्व और वर्तमान सैन्य कमांडरों का मानना है कि एयर मार्शल सिंह देश में उपलब्ध “सर्वश्रेष्ठ” एयर क्रैश जांचकर्ता हैं. एयर मार्शल सिंह अभी वायु सेना की बेंगलुरु स्थित प्रशिक्षण कमान के प्रमुख हैं. संसद में एक बयान में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि तीनों सेनाओं के एक दल को दुर्घटना की जांच का आदेश दिया गया है. इस दल का नेतृत्व एयर मार्शल मानवेन्द्र सिंह करेंगे, जो कि एक हेलीकॉप्टर पायलट हैं और भारतीय वायु सेना में रहते हुए कई दुर्घटनाओं की जांच कर चुके हैं.
एफडीआर और सीवीआर हुआ बरामद
भारतीय वायु सेना के दुर्घटनाग्रस्त हुए एमआई-17वी5 हेलीकॉप्टर का ब्लैक बॉक्स, फ्लाइट डेटा रेकॉर्डर (FDR) और कॉकपिट वॉइस रिकॉर्डर (CVR) बृहस्पतिवार को बरामद किया गया। सीवीआर से जहां पायलट और एयर ट्रैफिक कंट्रोल के बीच हुई बातचीत का पता चलेगा. वहीं एफडीआर से हेलीकॉप्टर की ऊंचाई, गति और अन्य तकनीकी आंकड़े प्राप्त हो सकेंगे. एक वरिष्ठ सैन्य अधिकारी ने कहा, “संभावित मानवीय गलती समेत सभी पहलुओं की जांच की जाएगी”।
एक स्पेशल एयरक्राफ्ट के ज़रिए बुधवार सुबह करीब 9 बजे जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी समेत नौ लोग दिल्ली से रवाना हुए थे और करीब 11 बजकर 35 मिनट पर एयरफोर्स स्टेशन सुलूर पहुंचे थे. उसके बाद उन्होंने आगे के सफर के लिए वायुसेना के हेलिकॉप्टर का इस्तेमाल किया. करीब 11 बजकर 45 मिनट पर दिल्ली से आए 9 लोग और पांच क्रू के सदस्य यानी कुल 14 लोग एयरफोर्स स्टेशन सुलूर से वेलिंगटन आर्मी कैंप के लिए हेलिकॉप्टर में बैठकर रवाना हुए. लेकिन वेलिंगटन आर्मी कैंप से करीब 16 किलोमीटर पहले ही हादसा हो गया. इसमें 14 में से 13 लोगों की मौत हो गई.
433 total views, 2 views today