- July 19, 2022
उपेंद्र कुशवाहा का मोदी सरकार से सवाल- सेना में आरक्षण नहीं तो बहाली में जाति प्रमाण पत्र क्यों चाहिए
नई दिल्ली। पीएम मोदी की योजना अग्निपथ के लिए अग्निवीरों की भर्ती शुरू हो चुकी है. जून से ही सेना में भर्तियां शुरू हो चुकी हैं. खबर है कि सेना में भर्ती के लिए जाति प्रमाण पत्र की मांग की गई है. अब इसे लेकर विपक्ष एक बार फिर एक्शन में आ गया है. बता दे की सेना बहाली को लेकर JDU संसदीय बोर्ड के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा (Upendra Kushwaha) ने ऐसा बयान दिया है, जिसने राजनीतिक हलचल मचा दी है। उपेंद्र कुशवाहा ने ट्वीट कर कहा है कि सेना की बहाली में जाति प्रमाणपत्र की क्या जरूरत है, जब इसमें आरक्षण का कोई प्रावधान ही नहीं है। उन्होंने ट्वीट कर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से यह सवाल किया है।
उपेंद्र कुशवाहा (Upendra Kushwaha) ने अपने ट्वीट में आगे लिखा है कि उक्त मामले में संबंधित विभाग के अधिकारियों को स्पष्टीकरण देना चाहिए। उपेंद्र कुशवाहा (Upendra Kushwaha) ने ट्वीट करते हुए कहा ‘माननीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह( Rajnath Singh), सेना की बहाली में जाति प्रमाण पत्र की क्या जरूरत है, जब इसमें आरक्षण का कोई प्रावधान ही नहीं है। संबंधित विभाग के अधिकारियों को स्पष्टीकरण देना चाहिए।
आपको बता दें कि सेना बहाली में आवेदन के लिए जरूरी दस्तावेजों की लिस्ट जारी कर दी गई है। इन दस्तावेजों में मूल निवासी प्रमाण पत्र, जाति प्रमाण पत्र, स्कूल प्रमाण पत्र, चरित्र प्रमाण पत्र सहित अन्य डॉक्युमेंट्स मांगे गए हैं। उपेंद्र कुशवाहा (Upendra Kushwaha) ने ट्वीट में सेनाभर्ती के इस आवेदन सूचना को भी शेयर किया है, जिसमें अंकित जाति प्रमाण पत्र और धर्म प्रमाण पत्र के कॉलम को हाइलाइट करते हुए अपनी बात कही है।
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