क्या है बॉयोमीट्रिक अपडेशन, क्यों है जरुरी बच्चे के आधारकार्ड में बॉयोमीट्रिक अपडेशन करवाना

क्या है बॉयोमीट्रिक अपडेशन, क्यों है जरुरी बच्चे के आधारकार्ड में  बॉयोमीट्रिक अपडेशन करवाना

इंटरनेट डेस्क। आधार कार्ड हमारे जिंदगी का एक अहम हिस्सा या यू कहे की हमारे जिंदगी का आधार ही है आधार कार्ड आज आधार कार्ड प्रमुख पहचान पत्र के तौर पर देशभर में इस्तेमाल हो रहा है. आज चाहे स्कूल में दाखिला दिलाना हो या जॉब करनी हो ,चाहे सरकारी योजनाओं का उठाना हो, बैंक खाता खोलना हो, पैन कार्ड (PAN Card) या प्रोपर्टी रजिस्ट्रेशन कराना हो,यहाँ तक कीआपको सिम कार्ड लेना हो हर जगह आधार कार्ड एक महत्वपूर्ण दस्तावेज बन गया है. यहां तक की आधार की जरुरत शैक्षणिक संस्थानों में भी पड़ती है. इसलिए आधार कार्ड सही होना बेहद आवश्यक है. ये तो हम सभी जानते है आधार कार्ड में हमारी सभी महत्वपूर्ण जानकारी होती है इसके अलावा इस सामान्य से आधार कार्ड से जुडी कुछ अहम बाते आपको बाताएंगे जो की हे बच्चे के माता – पिता को पता होना जरूरी है। तो आइये जानते बच्चे के आधार कार्ड से जुड़े कुछ अहम् तथ्य क्या है

 

– आधार संख्‍या प्राधिकरण द्वारा निर्धारित सत्यापन प्रक्रिया के पूरी होने के बाद यूआईडीएआई द्वारा भारत के सभी निवासियों को जारी की जाने वाली 12 डिजिट की एक रैंडम संख्‍या है. किसी भी आयु का कोई भी हो किन्तु वह भारत का निवासी होना चाहिए , बिना किसी लिंग भेद के आधार संख्या प्राप्ति‍ हेतु अपनी इच्छा से नामांकन करवा सकता है. नामांकन के इच्‍छुक व्यक्ति को नामांकन प्रक्रिया के दौरान कोई भी शुल्क नहीं देना होता है..

– भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआईडीएआई) के अनुसार , एक नवजात बच्चे का भी आधार कार्ड बनवाया जा सकता है. हालांकि एक महत्वपूर्ण बात जो हर माता-पिता या कानूनी अभिभावक को पता होना चाहिए , वह यह है कि अगर आपका बच्चा 5 साल और 15 साल की उम्र का हो गया हो तो आधार में कुछ महत्वपूर्ण बदलाव करवाने होते है.जिसे की बच्चों का बायोमेट्रिक अपडेशन कहा जाता है और यह अनिवार्य है. बायोमेट्रिक अपडेशन बच्चों के लिए निःशुल्क होता है।

यदि पहले नामांकन के समय बच्चे की उम्र 5 वर्ष से कम थी तो : बच्चों की उम्र 5 साल हो जाने पर उनका वापस से नामांकन करवाना बेहद आवश्यक हो जाता है। और इसके के लिए सभी बायोमेट्रिक डेटा प्रदान करना जरूरी होता है. इस स्‍तर पर बच्‍चे के लिए एक डी-डुप्‍लीकेशन किया जाएगा. इस अनुरोध को एक नए रजिस्ट्रेशन अनुरोध के बराबर माना जाएगा जबकि मूल आधार नंबर को बनाए रखा जाएगा। नामांकन के दौरान 5 से 15 वर्ष की आयु के बच्चों के लिए15 वर्ष की उम्र हो जाने पर अपडेट के लिए सभी बॉयोमीट्रिक्स प्रस्तुत करने की जरूरत है. 15 वर्ष: प्रत्‍येक 10 वर्ष में बच्चो के बायोमेट्रिक डेटा को अपडेट करने की सलाह दी जाती है. क्योकि जब बच्चा टीनएज में प्रवेश करता है तो उसके बायोमेट्रिक पैरामीटर बदल जाते है.

-ये तो हम सभी जानते है आधार में व्यक्ति का नाम, जन्मतिथि‍ (सत्‍यापित) अथवा आयु (घोषित), लिंग, पता, मोबाइल नंबर (अनिवार्य नहीं) और ईमेल आईडी (अनिवार्य नहीं) होती है. जबकि बॉयोमीट्रिक अपडेशन में व्यक्ति के दस उंगलियों के निशान (फिंगर प्रिंट ), दो आइरिस स्कैन और चेहरे की फोटो ली जाती है.

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