- July 20, 2022
एग्जाम के दौरान ब्रा उतारने को मजबूर करने के मामले में 5 महिलाएं गिरफ्तार : केरल पुलिस सूत्र
इंटरनेट डेस्क। राष्टीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा यानि नीट यूजी में प्रवेश के लिए छात्राओं से उनके इनरवियर उतरवाने के मामले बड़ा अपडेट सामने आया है। परीक्षा कराने वाली एजेंसी एनटीए ने नोटिस जारी कर के बताया है कि इस मामले की जांच के लिए एक तीन सदस्य की कमेटी का गठन किया गया है। बता दें कि इस विवाद की शुरुआत केरल के कोल्लम जिले से हुई थी। 17 जुलाई, 2022 को नीट परीक्षा में शामिल हुई छात्रा ने परीक्षा से बाहर आने के बाद अपना दर्दनाक अनुभव साझा किया था। हालांकि नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने उस छात्रा के आरोपों से इनकार किया है जिसके पिता सबसे पहले शिकायत के लिए पुलिस के पास गए थे. कोल्लम के नीट परीक्षा के सेंटर सुपरिंटेंडेंट ने कहा, “शिकायत काल्पनिक और गलत इरादे से दायर की गई है.”
यह विवाद सोमवार को उस समय सामने आया था जब एक 17 वर्ष की छात्रा के पिता में मीडिया के साथ बातचीत में आरोप लगाया था कि उसकी बेटी को ब्रा उतारने को मजबूर किया गया क्योंकि सुरक्षा जांच के दौरान उसकी ब्रा के मेटेलिक हुक (metallic hook) से आवाज आई थी. पिता का कहना था कि उनकी बेटी बिना ब्रा के तीन घंटे से अधिक समय की परीक्षा में बैठने के दर्दनाक अनुभव से अभी तक उबर नहीं पाई है. पिता की ओर से दर्ज कराई गई शिकायत में कहा गया है कि सुरक्षाकर्मियों ने (छात्रा से) कहा था, “भविष्य या इनवियर, तुम्हारे लिए क्या बड़ा है? इसे निकालिए और हमारा समय बरबाद मत करो.” इस बीच, केरल की उच्च शिक्षा मंत्री आर. बिंदू ने केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान को लिखे एक पत्र में छात्राओं की गरिमा और सम्मान पर ‘‘हमले की खबर पर ‘निराशा और हैरानी’ जताई है”उन्होंने भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए कार्रवाई और मामले में केंद्रीय मंत्री के हस्तक्षेप की मांग की है.
मामले को लेकर 18 जुलाई को शुरू हुआ विरोध प्रदर्शन मंगलवार को और तेज हो गया. विरोध मार्च निकालने वाले आंदोलनकारियों के एक वर्ग ने कोल्लम जिले के अयूर में एक निजी शिक्षण संस्थान में तोड़फोड़ की, जहां लड़की को नीट परीक्षा में बैठने से पहले कथित तौर पर अपने अंत:वस्त्र हटाने के लिए कहा गया था.छात्र कार्यकर्ता पुलिस घेरा तोड़कर कथित तौर पर कॉलेज परिसर में घुस गए और तोड़फोड़ की. पुलिस कार्रवाई में कुछ छात्र कार्यकर्ताओं को चोटें आई हैं.केरल महिला आयोग ने एक बयान में कहा है कि प्राप्त दो शिकायतों के आधार पर, उसका मानना है कि प्रथम दृष्टया ये ऐसे कृत्य थे जिनसे महिलाओं का अपमान हुआ. आयोग अध्यक्ष ने परीक्षा आयोजित करने वाली राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी को घटना के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए भी कहा है.
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