- June 20, 2023
एशिया कप से पहले पाक क्रिकेट में बवाल, 6 महीने में ही नजम सेठी ने छोड़ा अपना पद
इंटरनेट डेस्क। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड में इस वक्त बवाल मचा हुआ है। पिछले साल पीसीबी के अध्यक्ष चुने गए नजम सेठी ने इस बार बोर्ड अध्यक्ष की उम्मीदवारी की रेस से खुद को बाहर कर लिया। अब खबर आई है कि नजम सेठी ने अपना पीसीबी अध्यक्ष का पद भी छोड़ दिया है। बता दें कि नजम ने अध्यक्ष पद की उम्मीदवारी वापस लेते हुए कहा कि वे पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के अध्यक्ष आसिफ जरदारी और प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के बीच विवाद की जड़ नहीं बनना चाहते हैं।
नजम सेठी ने छोड़ा पद
ईएसपीएनक्रिकइन्फो के मुताबिक आपको बता दे की अगले बोर्ड अध्यक्ष बनने की दौड़ से खुद को बाहर करने के बाद, नजम सेठी ने पीसीबी के प्रमुख के रूप में प्रभावी रूप से पद छोड़ दिया है। सेठी एक अंतरिम प्रबंधन समिति का नेतृत्व कर रहे थे जो पिछले दिसंबर से बोर्ड चला रही थी लेकिन इस कमेटी का कार्यकाल 21 जून को समाप्त होने वाला था। कुछ समय पहले तक ऐसा लग रहा था कि सेठी अंतरिम सेट-अप समाप्त होने के बाद आगे बढ़ेंगे और बोर्ड के उचित अध्यक्ष नियुक्त किए जाएंगे। लेकिन पिछले कुछ हफ्तों में जका अशरफ की वापसी को लेकर अटकलें तेज हो गई थीं। बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष अशरफ की वापसी अभी आधिकारिक नहीं है, लेकिन सेठी अब इस पद पर नहीं रहेंगे।
ट्वीट कर दिया था बड़ा अपडेट
नजम सेठी ने उम्मीदवारी वापस लेने की जानकारी एक ट्वीट के जरिए दी थी। अपने ट्वीट में उन्होंने कहा-सभी को सलाम! मैं आसिफ जरदारी और शहबाज शरीफ के बीच विवाद का कारण नहीं बनना चाहता। इस तरह की अस्थिरता और अनिश्चितता पीसीबी के लिए अच्छी नहीं है। इन परिस्थितियों में मैं पीसीबी अध्यक्ष पद का उम्मीदवार नहीं हूं। सभी हितधारकों को शुभकामनाएं।
राजनीति ने मचाया पीसीबी में बवाल
शहबाज शरीफ पाकिस्तान के वर्तमान प्रधानमंत्री और पीसीबी संरक्षक हैं। पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के साथ पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी, वर्तमान सरकार में एक प्रमुख गठबंधन सहयोगी हैं और अशरफ को इस पद के लिए उनकी पार्टी का आदमी माना जाता है। परंपरागत रूप से पाकिस्तान क्रिकेट में पीसीबी बोर्ड में अध्यक्ष चुनने में रूलिंग पार्टी का हाथ होता है।
पहले भी दी थी सफाई
इससे पहले शुक्रवार को लाहौर में मीडियाकर्मियों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि मैंने पीसीबी अध्यक्ष पद के लिए लगाए जा रहे कयासों के बारे में सुना है। मैं इस मामले में पड़ना नहीं चाहता क्योंकि इसका फैसला संरक्षकों पर निर्भर करता है।
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