- February 28, 2022
Indians in Ukraine: यूक्रेन-पोलैंड बॉर्डर पर रोते हुए दिखे भारतीय छात्र, कहा…
नई दिल्ली। यूक्रेन युद्ध में कई भारतीय छात्र फंसे हैं जिनकी निकासी के लिए भारत सरकार लगातार अभियान चला रही है। ये छात्र पोलैंड और रोमानिया के रास्ते अपने घर लौट रहे हैं। भारत सरकार यूक्रेन के राजदूत और अधिकारियों से लगातार संपर्क में है। लेकिन इसके बावजूद लोगों को वापस लौटने में कई तरह की मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। कुछ मेडिकल छात्रों ने आरोप लगाया है कि यूक्रेन-पोलैंड बॉर्डर के चेकपॉइंट्स पर उन्हें प्रताड़ना का सामना करना पड़ा। यूक्रेन से एक भारतीय छात्र आर्यन ने अपने सीनियर स्टूडेंट के VIDEO भेजे हैं. वीडियो में छात्र आपबीती बात रहे हैं.
एक VIDEO में निखिल कुमार ( Nikhil Kumar) नाम का छात्र बता रहा हैं कि वो और उसके साथी कैब करके हॉस्टल से पोलैंड के लिए निकले थे लेकिन बॉर्डर से लगभग 25 किलोमीटर पहले कैब ने उतार दिया. कैब के बीच में छोड़े जाने के कारण छात्रों को 25 किलोमीटर पैदल चलकर पोलैंड बॉर्डर पर पहुंचना पड़ा. इसके बावजूद पोलैंड में उन्हें एंट्री नहीं दी गई. निखिल कुमार ( Nikhil Kumar) का आरोप है सिर्फ यूक्रेन के लोगों को लेने के लिए पोलैंड से छोटी छोटी वैन आ रही हैं. निखिल के साथ VIDEO में कई छात्र देखे जा सकते हैं.
VIDEO में निखिल कुमार ( Nikhil Kumar) आगे कह रहे हैं कि पिछले 13 घंटों से न तो उन्हें खाना मिला है और न ही पानी. आपबीती सुनाते हुए छात्र कह रहा है, ‘खुद को कितना संभाला जाए. हम लोग जूनियर को अभी तक संभाल रहे थे. अब तो लगता है, इससे अच्छा होता कि किसी मिसाइल का ही शिकार हो जाते. ऐसा लगता है हम यहां अनाथ हैं, कोई हमारा है ही नहीं. एक और VIDEO है जिसमें कुछ बच्चे फोन कॉल पर किसी से बहस करते हुए दिखाई पड़ते हैं. बातचीत से लगता है कि छात्र किसी अधिकारी से बहस कर रहे हैं. कॉल पर मौजूद दूसरा आदमी कहता है कि उसने ऊपर अधिकारियों से सब कुछ बता दिया है. छात्र इस VIDEO में मदद न मिलने से नाराज नजर आ रहे हैं.