- April 8, 2023
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सुखोई फाइटर जेट में भरी उड़ान, दुश्मनों को कड़ा पैगाम
इंटरनेट डेस्क। असम के तेजपुर वायु सेना स्टेशन पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु Draupadi Murmu) ने सुखोई-30 एमकेआई लड़ाकू विमान में उड़ान भरी। इससे पहले तेजपुर वायु सेना स्टेशन पर उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर (Guard of honor) दिया गया था। सुखोई विमान को 106 स्क्वाड्रन के कमांडिंग ऑफिसर ग्रुप कैप्टन नवीन कुमार (Naveen Kumar) ने उड़ाया था। राष्ट्रपति मुर्मु लड़ाकू विमान में उड़ान भरने वाली तीसरी राष्ट्रपति और दूसरी महिला राष्ट्रपति हैं। राष्ट्रपति भवन ने बताया कि राष्ट्रपति को विमान और भारतीय वायु सेना (IAF) की परिचालन क्षमताओं के बारे में भी जानकारी दी गई है। उन्होंने भारतीय वायुसेना की परिचालन तैयारियों पर संतोष व्यक्त किया। उल्लेखनीय है कि इससे पहले सुखोई-30 एमकेआई लड़ाकू विमान में पूर्व राष्ट्रपति भारत रत्न डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम(Dr. APJ Abdul Kalam) और प्रतिभा पाटील (Pratibha Patil) इसमें उड़ान भर चुके हैं।
#WATCH | Assam: President Droupadi Murmu takes sortie on the Sukhoi 30 MKI fighter aircraft pic.twitter.com/jtRVsFR2X2
— ANI (@ANI) April 8, 2023
आधिकारिक प्रवक्ता के अनुसार, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु (Draupadi Murmu) छह से आठ अप्रैल तक असम के दौरे पर हैं। आज असम दौरे का राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु (Draupadi Murmu) का आखिरी दिन है। इससे पहले सात अप्रैल को उन्होंने काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान में गज उत्सव-2023 का उद्घाटन किया था और और बाद में गुवाहाटी में माउंट कंचनजंगा अभियान-2023 को झंडी दिखाकर रवाना किया। साथ ही राष्ट्रपति मुर्मु ने गुवाहाटी उच्च न्यायालय के 75 साल पूरे होने के अवसर पर आयोजित समारोह में भी शिरकत की थी।
क्या है सुखोई की खासियत
#WATCH | President Droupadi Murmu lands at Tezpur Air Force Station, Assam after taking a sortie in the Sukhoi 30 MKI fighter aircraft pic.twitter.com/xRnjERbEnv
— ANI (@ANI) April 8, 2023
बताते चलें कि सुखोई को रूस के सैन्य विमान निर्माता कंपनी सुखोई और भारत की हिन्दुस्तान ऐरोनॉटिक्स लिमिटेड के सहयोग से बनाया गया है। सुखोई सुखोई-30 MKI विमान चौथी पीढ़ी का लड़ाकू विमान है। सुखोई 2100 किमी प्रतिघंटे से भी तेज रफ्तार से उड़ सकता है। दरअसल, सुखोई करीब 1 मिनट में 150 राउंड फायर कर सकता है। ये हवा में ही इंधन भर सकता है और ब्रह्मोस समेत कई मिसाइलों और लेजर बमों को लेकर भी उड़ान भर सकता है।
228 total views, 2 views today