Travel Tips: हम्पी में मौजूद रहस्य भरे विट्ठल मंदिर में जरूर जाएं घूमने, खूबसूरती देख हो जाएंगे हैरान !

Travel Tips: हम्पी में मौजूद रहस्य भरे विट्ठल मंदिर में जरूर जाएं घूमने, खूबसूरती देख हो जाएंगे हैरान !

हम सभी जानते हैं कि भारत एक ऐसा देश है जहां पर कई अनसुने रहस्य और घटनाओं के बारे में सुनने को मिलता है यह ऐसे रहस्य हैं जिनका तोड़ विज्ञान के पास भी आज तक नहीं निकल पाया है ऐसा ही कुछ कर्नाटक के हम्पी में भी देखने को मिलता है। आपको बता दें कि यहां पर मौजूद विट्ठल मंदिर शानदार कला का नमूना पेश करता है। हम्पी में घूमने के लिए दूरदराज से काफी संख्या में लोग आते हैं लेकिन जब वह यहां के पिलर्स को छूते है तो वह काफी हैरान हो जाते हैं क्योंकि यहां के पिलर्स म्यूजिकल पिलर्स के नाम से जानें जाते है।। और यही इस मंदिर की खासियत है की इस मंदिर के पिलर्स से संगीत कैसे निकलता है जो आज भी एक रहस्य बना हुआ है आइए इस लेख के माध्यम से जानते हैं इसके बारे में विस्तार से –

* देखने में है बहुत खूबसूरत :

आपको बता दे कि हम्पी के पर्यटक आकर्षण केंद्र के रूप में लोगों में काफी प्रसिद्ध विट्ठल मंदिर की खूबसूरती वास्तव में ही देखने लायक है मंदिर के अंदर जाते ही इसकी सुंदरता के आप दीवाने हो जाएंगे यहां पर एक विशाल परिसर और सुंदर मंडलों से लेकर लंबे हॉल और छोटे-छोटे मंदिरों तक बहुत ही खूबसूरत और शानदार नजारे देखने को मिलते हैं।

* मंदिर के खंभों से निकलता है संगीत :

आपको बता दें कि इस मंदिर में कुल 56 संगीतमय खंभे हैं, जो सारेगामा पिलर्स के तौर पर भी जाने जाते हैं इन खंभों में से संगीत में निकलता है जब कोई इन खंभों को छूता है तो इन पिलर्स से निकलने वाला संगीत स्पष्ट रूप से सुना जा सकता है बता दें कि यह खंबे छत को सहारा देते हैं और मंदिर के मुख्य खंभों को म्यूजिकल इंस्ट्रूमेंट्स के आकार में बनाया गया है इसके साथ ही मुख्य स्तंभ सात छोटे स्तंभों से घिरा हुआ है। आपको बता दें कि इन खंभों से आने वाले शहरों की आवाज अलग होती है। इसके अलावा चंदन की लकड़ी के साथ खंभे को हिट करने पर भी आपको संगीत सुनाई देने वाला है।

* 15वीं सदी में बना था ये मंदिर :

आपको बता दे कि हम्पी में मौजूद विट्ठल मंदिर का निर्माण 15वीं शताब्दी के दौरान किया गया था। इस मंदिर का निर्माण विजयनगर साम्राज्य के देवराय द्वितीय ने करवाया था जो भगवान विट्ठल को समर्पित है। यही कारण है कि इस मंदिर को विजय विट्ठल मंदिर के नाम से भी जाना जाता है। आपको बता दें कि भगवान विष्णु को ही विट्ठल के नाम से जाना जाता है।

 183 total views,  4 views today

Spread the love