- September 9, 2022
दिल्ली सरकार के कॉलेज में टीचर्स को सैलरी देने के पैसे नहीं! BJP ने ‘रेवड़ी मॉडल’ को वजह बता AAP को घेरा
नई दिल्ली। दिल्ली सरकार की ओर से चलाए जा रहे दिल्ली विश्वविद्यालय के दीनदयाल उपाध्याय कॉलेज (Deendayal Upadhyay College) में फंड की कमी की खबर सामने आई है. कॉलेज के पास स्टाफ को देने के लिए पैसे नहीं हैं. कॉलेज प्रशासन ने एक नोटिस जारी कर कहा कि अस्सिटेंट प्रोफेसरों के वेतन से 30 हजार और एसोसिएट प्रोफेसर और प्रोफेसरों के वेतन से 50 हजार रुपये रोके जा रहे हैं. यह कटौती जुलाई के वेतन से की गई है.
कॉलेज के कार्यवाहक प्रिंसिपल ने नोटिस में कहा कि जैसे ही फंड उपलब्ध होगा वेतन जारी कर दिया जाएगा. आपकी जानकारी के लिए बता दे की इस कॉलेज को दिल्ली सरकार की ओर से 100 प्रतिशत फंडिग होती है और इसकी स्थापना 1990 में की गई थी. बता दे की फंड की कमी की वजह से 30 से 50 हजार रुपए तक की हुई कटौती को लेकर भाजपा ने कहा है कि केजरीवाल सरकार की ओर से ‘रेवड़ी बांटने’ का असर दिखने लगा है। बीजेपी का कहना है कि दिल्ली सरकार ने प्रचार और रेवड़ी बांटने में खजाना खाली कर दिया है।
दिल्ली BJP ने ट्वीट किया, ”प्रचार करने में रेवड़ी बांटने में ‘आप’ ने छोड़ी नहीं कोई कसर। सैलरी के अभाव में शिक्षक कैसे करेंगे गुजर बसर? अब साफ दिखने लगा है ‘आप’ की मुफ्त रेवड़ी नीति का असर।” बीजेपी सांसद प्रवेश वर्मा ने भी केजरीवाल सरकार को निशाना बनाया और कहा, ”केजरीवाल की नीयत-नीति शराब के ठेके खोलने, भ्रष्टाचार करने में है ना की काम करने में। आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party) सरकार के पास विज्ञापनों और राजनीतिक टूरिज्म के लिए पैसा है मगर शिक्षकों की सैलरी के लिए नहीं।
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