• March 30, 2022

एंबुलेंस नसीब नहीं, बेटियों ने मां के शव को कंधे पर लादकर तय किया अंतिम सफर

एंबुलेंस नसीब नहीं, बेटियों ने मां के शव को कंधे पर लादकर तय किया अंतिम सफर

इंटरनेट डेस्क। हमारे समाज में अकसर ऐसी घटनाएं हो जाती है जो मानवता को शर्मसार करने वाली होती है। आज जब हम अपने आस-पास की स्थिति को नजदीक से देखते हैं तो पाते हैं कि हम कितने असभ्य और असंवेदनशील हो गए हैं। यहां पर आज हम मध्यप्रदेश की बात कर रहे हैं। आपकी जानकारी के लिए बता दे की रीवा जिले में दिल को झकझोर देने वाला मामला सामने आया. यहां एक बूढ़ी मां के शव (Dead Body) को चारपाई पर लेकर उसकी बेटियों ने पैदल ही श्मशान घाट तक लंबा सफर तय किया.

 

वजह ये थी कि शव ले जाने के लिए एंबुलेंस (Ambulances) नहीं मिली थी. बेटियां मां के शव को उठाकर चलती रहीं लेकिन किसी ने उनके साथ अर्थी को कंधा देने की ज़रूरत नहीं समझी. रीवा के महसुआ गांव की महिला मोलिया केवट( 80) को तबीयत खराब होने पर इन्हें सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र रायपुर लाए गए थे। यहां पर इलाज के दौरान महिला की मौत हो गई।

 

परिवारवालों का कहना है कि जब उन्होंने शव वाहन की मांगा तो उपस्थित मेडिकल अधिकारियों ने शव वाहन की जानकारी नहीं दी । इसके बाद साथ आई महिलाएं और एक बच्ची तपती धूप में खाट पर ही बुजुर्ग की लाश लादकर दो घंटे में 5 किमी दूर अपने घर पहुंचीं। इसमें कोई इंसान या यूं कहें कि कोई पुरुष उस बूढ़ी मृतक महिला को कंधा देने के लिए आगे नहीं आया. इसके बाद इंसानियत को शर्मसार करने वाली यह तस्वीर अब सोशल मीडिया पर तेजी के साथ वायरल हो रही है.

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