• December 27, 2022

IPL Mini Auction: अब IPL में नहीं होंगे मिनी ऑक्शन? टीमों ने BCCI को दिया ये सुझाव

IPL Mini Auction: अब IPL में नहीं होंगे मिनी ऑक्शन? टीमों ने BCCI को दिया ये सुझाव

स्पोर्ट्स डेस्क। IPL 2023 के लिए हाल ही मिनी ऑक्शन सफलतापूर्वक सम्पन्न हुआ. इसमें इतिहास की सबसे महंगी बोली भी लगी और एक नया रिकॉर्ड कायम हुआ. इंग्लैंड के स्टार ऑलराउंडर सैम कुरेन (Sam Curran) को पंजाब किंग्स ने 18.50 करोड़ रुपये में खरीदा है. अब सैम कुरेन (Sam Curran) आईपीएल इतिहास में सबसे महंगे बिकने वाले प्लेयर बन गए हैं. मगर इसी बीच खबर आ रही है कि IPL की सभी 10 फ्रेंचाइजी मिनी ऑक्शन से ही खुश नहीं हैं. यही वजह है कि उन्होंने BCCI को एक प्रपोजल भेजा है, जिसमें कहा है कि मिनी ऑक्शन अब कभी नहीं कराया जाए. उसकी जगह ड्राफ्ट फॉर्मेट लाना चाहिए. साथ ही हर तीन साल में ही मेगा ऑक्शन होना चाहिए. यह दावा इंसाइडस्पोर्ट ने अपनी रिपोर्ट में किया है.

 

सभी फ्रेंचाइजीज ने मिनी ऑक्शन को हटाने की मांग क्यों की? इसका बड़ा कारण खिलाड़ियों पर अधिक दांव लगना है. यानी मेगा ऑक्शन के मुकाबले मिनी नीलामी में खिलाड़ियों पर ज्यादा रुपये की बोली लगती है. इस बार भी ऐसा ही हुआ, जब सैम कुरेन 18.50 करोड़ में बिके. कैमरून ग्रीन (Cameron Green) को मुंबई इंडियंस ने 17.5 करोड़, बेन स्टोक्स (Ben Stokes) को चेन्नई सुपर किंग्स ने 16.25 करोड़ और हैरी ब्रूक को सनराइजर्स हैदराबाद (Sunrisers Hyderabad) ने 13.25 करोड़ रुपये में खरीदा. मिनी ऑक्शन में एक समय राजस्थान रॉयल्स (Rajasthan Royals) ने हैरी ब्रूक के लिए 13 करोड़ रुपये तक की बोली लगा दी थी. तब उन्हें किसी ने नहीं बताया कि यदि यह बोली लगी, तो उनका पर्स एक ही खिलाड़ी को खरीदने में खाली हो जाएगा. जबकि हैदराबाद टीम भी हैरी ब्रूक को इतनी महंगी कीमत में खरीदकर खुश नहीं है.

 

यही वजह है कि सभी फ्रेंचाइजीज ने मिलकर अब BCCI से ड्राफ्ट फॉर्मेट लाने की मांग की है. यदि यह फॉर्मेट आता है, तो खिलाड़ियों की कीमत पहले ही तय हो जाएगी. इससे मिनी ऑक्शन में बजट बढ़ना रुक जाएगा. वैसे बता दें कि आईपीएल में हर तीन साल में मेगा ऑक्शन होता है. उस दौरान हर टीम को अधिकतम 4 खिलाड़ी रिटेन करना होता है. इसके अलावा बाकी प्लेयर्स नीलामी में खरीदे जाते हैं. बता दे की मिनी ऑक्शन बंद करने की मांग करने का दूसरा कारण ये भी है कि स्टार खिलाड़ियों के एजेंट अपने प्लेयर्स को मेगा ऑक्शन में लाना ही नहीं चाहते हैं. उनका मानना होता है कि मिनी ऑक्शन में ज्यादा पैसे मिलने के चांस होते हैं. ऐसे में एजेंट अपने बड़े प्लेयर्स को मिनी ऑक्शन में लाना पसंद करते हैं. अब देखना होगा कि BCCI इस प्रस्ताव पर क्या फैसला करता है.

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