- January 20, 2022
Sakat Chauth 2022: जानें तिलकुट चौथ पूजन विधि

लाइफस्टाइल। हिंदी महीनो के अनुसार वैसे तो हर महीने में दो चतुर्थी तिथि पड़ती हैं और दोनों ही तिथियां प्रथम पूज्य भगवान गणेश को समर्पित होती हैं. लेकिन हिन्दू पंचांग में माघ मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को बेहद खास माना गया है. इस चतुर्थी को कई नामो से जान जाता है इसे सकट चौथ, तिलकुटा चौथ, माघी चौथ आदि चौथ के नाम से भी जाना जाता है. इस दिन महिलाये व्रत रखती है इस व्रत में विशेष रूप से भगवान गणेश और चौथ माता की पूजा की जाती है ये उपवास औरते अपनी संतानों की लम्बी उम्र और उनके अच्छे स्वास्थ्य के लिए रखती है आज हम आपको बताएंगे इस दिन कैसे पूजा करना चाहिए।
तिलकुट चौथ पूजन विधि :- इस व्रत की पूजन विधि सामान्य से विधि है। इस दिन सुबह जल्दी उठकर स्वच्छ वस्त्र धारण करे। उसके बाद पूजा के लिए एक साफ़ जगह पर साफ़ चौखी रखे उसपर स्वच्छ लाल कपड़ा बिछाए , और चोखी पर भगवान गणेश और चौथ माता की तस्वीर मूर्ति जो भी हो उसे गंगा जल या सामान्य स्वच्छ जल छिड़ककर पवित्र करे विराजमान करे। साथ ही चौखी पर श्रीयंत्र भी रखे इससे घर मर धन वृद्धि होती है ।
इसके बाद ताम्बे के कलश में साफ़ जल से भरकर रखे अब रोली, मोली, अक्षत, फल,फूल और दूर्वा चढ़ा कर भगवान का पूजन करें। फिर तिल के लड्डू या तिल से बने कोई भी मीठे व्यंजन का भोग लगाया जाता है और आरती कर चौथ माता और भगवान गणेश की कहानी सुनें। और कलश में रखा जल सूर्ये भगवान को चढ़ाये और रात को चांद निकलने पर तो एक कलश में शुद्ध जल भरकर उसमें लाल चन्दन, कुश, पुष्प, अक्षत आदि डालकर चन्द्रमा अर्घ्य दें। इसके बाद ही अपना उपवास तोड़े।