- December 14, 2022
सत्यानाशी के पेड़ के फायदे जानकर आप भी रह जाएंगे हैरान !
इंटरनेट डेस्क। सत्यानाशी का पौधो छोटे कद का होता है जो दिखने में बहुत सुंदर होता हैलेकिन इस पेड़ में कई औषधीय गुण होते है जो इसका इस्तेमाल जड़ी -बूटी के तौर पर किया जाता है यह पौधा पीलाधतूरा ‘के नाम से भी जाना जाता है हालांकि इस पौधे को समूचे सड़को के किनारे शुष्क क्षेर्त्रो में खरपतवार की तरह अधिक देखा जाता हैजो की इसका इस्तेमाल बीमारियों के इलाज की क्षमता के कारण सर्दी के मौसम में इसका प्रयोग किया जाता हैक्योंकि सत्यानासी के पेड़ में कई सारे कटे होते है और इसके फूल पीले रंग के होते है और इसके फूलो के अंदरूनी हिस्से में काले रंग के बीज होते है जिसको स्वर्णक्षीरी भी कहा जाता हैजो पेट में कब्ज के इलाज के तौर पर दूर करता है और इसके साथ -साथ त्वचा, आंखों से लेकर खांसी, पीलिया जैसी बीमारियां को दूर करने में सहायता करता है आइए जानते है सत्यानाशी के पेड़ के फायदे
पीलिया रोग में सत्यानाशी के फायदे
सत्यानाशी के ऐसे पोषक गुण होते है जो की पीलिया बीमारी से छुटकारा दिलाने में सहायता करता है क्योंकि पीलिया बीमारी होने पर शरीर पीला पड़ जाता है और इसका असर सबसे पहले आँखों पर नजर आता है इस रोग से बचने के लिए पिलाधतुरा का इस्तेमाल पीलिया मरीजों के लिए किया जाता है और सत्यानाशी के तेल की 8-10 बूंदों को गिलोय के रस में मिलकर पीने से पीलिया रोग को खत्म करने में मदद करता है.
खांसी में फायदे
सत्यानाशी को नक्षत्र ,वार ,तिथि ,योग ,कर्ण भी कहा जाता है और इसके साथ -साथ इसकी जड़ का इस्तेमाल आयुर्वेदिक तौर पर किया जाता है और खांसी ,सांस से संबधी परेशानियों में इस पौधे का प्रयोग किया जाता है. खांसी से छुटकारा पाने के लिए सत्यानाशी जड़ को उबालकर काढ़ा तैयार किया जाता है और इस काढ़े को सुबह -शाम पीने से खांसी से छुटकारा मिल जाता है साथ ही फेफड़ो में जमा हुआ कफ को हटाने में सहायता करता है और और अस्थमा व सांस लेने में परेशानी से राहत देता है.
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