• December 3, 2023

मत गणना की एक दिन पूर्व जीत-हार पर चर्चा, चोपालो पर लगाए जा रहे हे हार जीत के कयास

मत गणना की एक दिन पूर्व जीत-हार पर चर्चा, चोपालो पर लगाए जा रहे हे हार जीत के कयास

गोविन्दगढ। विधानसभा चुनाव में मतदान के बाद अब चहुं ओर जीत-हार का गणित निकाला जा रहा है। प्रत्याशी व उनके समर्थक कागज, कलम और केलकुलेटर पर जीत-हार का समीकरण लगा रहे है। गांवों में चौपाल तो कस्बों में चाय की थडिय़ां पर चुनावी चर्चाओं से आबाद हैं। वहीं सोशल मीडिया पर चली भ्रामक एग्जिट पोल ने लोगों को खासा गुमराह किया है। समर्थकों के दावों से कुछ प्रत्याशी आश्वस्त हैं तो कुछ फेरबदल कर आंकड़े बता रहे है। इसकी वजह यह भी है कि एक बार फिर चुनाव की दिशा जातिगत आंकड़ों के इर्द-गिर्द ही घूमी है।

जीत-हार के कयास: चुनावी चर्चाओं के दौर में कहीं खुशी तो कहीं गम जैसी स्थिति देखने को मिली। बातचीत के दौरान लोग एक-दूसरे को जातिगत आंकड़ों सहित लहर की बात बताते तो किसी व्यक्ति को इससे मायूसी होती। वहीं किसी व्यक्ति को अपने प्रत्याशी की जीत पर खुशी महसूस होती है। हालांकि अंत में यही तय होता कि असली सच तो 3 दिसम्बर को ही सामने आएगा। अभी तक सिर्फ कयास लगाए जा रहे हैं।

सबके पास अपनी-अपनी जीत : खास बात यह है कि आंकड़ों में सब अपनी-अपनी जीत को लेकर सुनिश्चित हैं। सबके पास जाति, पार्टी के वोटों का झुकाव और मतदाताओं के रुझान के हिसाब से जीत के आंकड़े हैं। शनि वार को कागज-कलम पर अन्तिम दिन तक यही चलता रहा कि विधानसभा क्षेत्र में फलां जाति के इतने वोट हैं। इनमें से इतने हमारे पक्ष में हैं। इसी तरह सभी जातियों का वोट गणित मिलाया जा रहा हे। इस आधार पर प्रत्याशियों के समर्थकों ने अपनी-अपनी जीत के दावे किए।

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